TAROMBO SIRAJA BATAK
18.16 | Author: PARSAME
TAROMBO
SIRAJA BATAK

Siraja Batak---+-1 Guru Tatea Bulan
|
+-2 Raja Isumbaon

Guru Tatea Bulan
|/Siboru Baso Burning
|
+-Siraja
| Biakbiak
|(Raja Uti)
|
+-Sariburaja--+¹Siraja----+-Sinaga Raja-+-Bonor
| /Siboru | Lontung | |
| Pareme | | +-Ratus
| /Nai Margi- | | |
| ring Laut | | +-Saguru Balang
| | | (Uruk)
|¹tubu ni Si- | |
| boru Pareme | +-Tuan -------+-Lumbanpando-+-Padang<
| | | Situmorang | |
| | | | +-Barutu
| | | | |
| | | | +-Solin
| | | |
| | | +-Lumbannahor
| | | |
| | | +-Suhut Nihuta
| | | |
| | | +-Siringoringo-+-Raja Dapotan
| | | | |
| | | | +-Raja Bea
| | | | |
| | | | +-Rumapea
| | | |
| | | +-Sitohang-----+-Uruk
| | | |
| | | +-Tongatonga
| | | |
| | | +-Toruan
| | |
| | +-Toga ------+-Rj Humirtap
| | | Pandiangan | (Pandiangan)
| | | |
| | | +-Rj Sumonang--+-Gultom--+-Hutatoruan
| | | | |
| | | | +-Hutapea
| | | | |
| | | | +-Hutabagot
| | | | |
| | | | +-Hutabalian
| | | |
| | | +-Samosir-+-Bolon
| | | | |
| | | | +-Surung
| | | | |
| | | | +-Sidari-+-Harianja
| | | |
| | | +-Pakpahan
| | | |
| | | +-Sitinjak
| | |
| | +-Toga ------+-Toga Sibatu--+-Sibatuara
| | | Nainggolan | |
| | | | +-Parhusip
| | | |
| | | +-Toga Sihombar+-Lumbannahor
| | | |
| | | +-Pinayungan-+-Lumbantungkup
| | | | |
| | | | +-Lumbanraja
| | | |
| | | +-Lumbansiantar
| | | |
| | | +-Hutabalian
| | |
| | +-Simatupang-+-Togatorop
| | | |
| | | +-Sianturi
| | | |
| | | +-Siburian
| | |
| | +-Aritonang--+-Ompusunggu
| | | |
| | | +-Rajagukguk
| | | |
| | | +-Simaremare
| | |
| | +-Siregar----+-Silo
| | : |
| | : +-Dongoran-+-Siregar Salak-+-Sigurda
| | : | |
| | : | +-Siregar Pahu
| | : |
| | : +-Silali---+-Ritonga-------+-Sormin
| | : |
| | : +-Siregar Siagian
| | :
| | +-Siboru Anakpandan na gabe tu Toga Sihombing
| | :
| | +-Siboru Panggabean na gabe tu Toga Simamora
| |
| | >>> Lontung si Sia Marina (7 anak & 2 boru)
| |
|²tubu ni Nai +²Siraja Borbor
| Margiring | |
| Laut | +-Tn Balasahunu
| | | |
| | | +-Datu Tala--+-Datu----+-Dt Pompang-+-Tanjung
| | | | Dibabana | Rimbang Balasaribu |
| | | | (Op. Tuan | Saudara +-Sahang Maima
| | | | Raja Doli)| | |
| | | | | | +-Pulungan
| | | | | | |
| | | | | | +-Lubis
| | | | | |
| | | | | +-Datu Marhandang
| | | | | | Dalu
| | | | | | |
| | | | | | +-Pasaribu-+-Habeahan
| | | | | | | |
| | | | | | | +-Bondar
| | | | | | | |
| | | | | | | +-Gorat
| | | | | | |
| | | | | | +-Batubara
| | | | | | |
| | | | | | +-Matondang
| | | | | | |
| | | | | | +-Tarihoran
| | | | | | |
| | | | | | +-Parapat
| | | | | | |
| | | | | | +-Saruksuk
| | | | | |
| | | | | +-Rj Dohang
| | | | |
| | | | +-Sipahutar--+-Hutabalian
| | | | |/br Hasibuan| >>> Ndang marpinompar
| | | | | |
| | | | | +-Namora Sohataon
| | | | | | >>> Onma na mamboan marga Sipa-
| | | | | | hutar
| | | | | |
| | | | | +-Daulay
| | | | | >>> Onma na mamboan marga Daulay
| | | | | na lao tu TAPSEL
| | | | |
| | | | +-Harahap
| | | | |
| | | | +-Simargolang
| | | |
| | | +-Datu Altong
| | | |
| | | +-Op Sahang Mataniari
| | | |
| | | +-Op Sindar Mataniari
| | |
| | +-Sidamanik
| |
| +-Siraja----+-Rangkuti
| Galeman
| (Sibabiat)
|
+-Limbong-----+-Paluonggang-+-Borsaknilaingan
| Mulana | | (Op Borsak)
| | |
| | +-Tn Rumaijuk
| | | (Nasiapulu)
| | |
| | +-Toga Naburahan
| | |
| | +-Naopatpulu
| |
| +-Langgat-----+-Jonggi-----+-Op Rj Minar--+-Toga Sihole
| Limbong Nabolon |
| +-Op Bolon
| |
| +-Rumanahor
| |
| +-Toga Habeanan
|
+-Sagala Raja-+-Hutaruar
| |
| +-Hutabagas
| | (Rj Manggurgur)
| |
| +-Hutaurat
| (Rj Sungkunon)
|
+-Malau Raja--+'Tabungtabung-+-Pase Raja
/br Simbolon | Gumbal
/br Siboro |
+"Nilambean
'tubu ni br |
Simbolon +"Manik
|
"tubu ni br +"Ambarita--+-Rj. Jongok
Siboro | |
| +-Rj. Naopat
|
+"Gurning

Raja Isumbaon
|/Sianting Haomasan
|
+-Tuan Sori--+'Tn Sorbadijulu-+-Simbolon---+-Suri Raja---+-Tn Rj Jolo
| Mangaraja | (Datu Ronggur) | Tua (Raja | |
| /Naiambaton| >>> NAIAMBATON | Op Bolon) | +-Altong
| /Nairasaon | | | |
| /Naisuanon | | | +-Pande Sahata
| | | | |
|'tubu ni | | | +-Juara Bulan
| Naiambaton | | |
|(Siboru An- | | +-Martua Raja-+-Suhut Nihuta
|ting Malela)| | |
| | | +-Sirimbang
| | | |
| | | +-Hapotan
| | |
| | +-Tamba Tua-+-Dt Parngongo-+-Sidabutar
| | | |
| | | +-Sidabalok
| | | |
| | | +-Siadari
| | | |
| | | +-Sijabat
| | | |
| | | +-Turnip
| | | |
| | | +-Sidauruk
| | | |
| | | +-Sitio
| | | |
| | | +-Simarmata
| | | |
| | | +-Siallagan
| | | |
| | | +-Sinapitu
| | |
| | +-Munte Tua--+-Sitanggang--+-Bahu
| | | | |
| | | | +-Lipan
| | | | |
| | | | +-Upar
| | | | |
| | | | +-Silo--+-Manihuruk
| | | |
| | | +-Sigalingging-+-Gr Mangarisan
| | | | (Sigorak)
| | | |
| | | +-Rj Tinatea
| | | | (Tambolang)
| | | |
| | | +-Namora Pangujian
| | | (Parhaliang)
| | |
| | | >>> Pomparan Munte na lao tu TAPSEL
| | | gabe marga Dalimunte
| | |
| | +-Saragi Tua-+-Saing
| | | |
| | | +-Simalango
| | | |
| | | +-Simarmata
| | | |
| | | +-Nadeak
| | | |
| | | +-Tarigan
| | |
| | | >>> Pomparan Saragi na lao tu Simalungun
| | | gabe marga Saragih
| | |
| | +-Sinahampang
| | |
| | +-Haro
| |
| | >>> PARNA,sitokka marsiolian
| | >>> Pomparan PARNA na lao tu Tana Karo gabe marga Ginting
| | >>> Pomparan PARNA na lao tu Pakpak gabe marga Banuarea
| |
|"tubu ni +"Tn Sorbadijae--+-Mardopang-+-Sitorus----+-Pane
| Nairasaon | (Rj Mangarerak)| | |
|(Siboru Bi- | >>> NAIRASAON | | +-Dori
| ding Laut) | | | |
| | | | +-Boltok
| | | |
| | | +-Sirait
| | | |
| | | +-Butarbutar-+-Simananduk
| | | |
| | | +-Sitagorat
| | | |
| | | +-Simananti
| | |
| | +-Mangatur--+-Manurung---+-Hutagurgur
| | |
| | +-Hutagaol
| | |
| | +-Simanoroni
| |
|^tubu ni +^Sorbadibanua--+#Sibagot ---+-Tn Sihubil-+-Sapalatua-+-Mataniari-+-Op Rudang
| Naisuanon /br Borbor | ni Pohan | Tampubolon| | Nabolon
|(Siboru Sang- /br Sibasopaet| | | |
| gul Haomasan)>>> NAISUANON | | | +-Op Sidomdom
| | | | |
| #tubu ni boru | | | +-Simangan
| Borbor (Nai | | | | Didalan
| Antingmalela)| | | |
| | | | +-Ginjang
| | | | | Niporhas
| | | | |(Barimbing)
| | | | |
| | | | +-Sondiraja
| | | | | (Silaen)
| | | | |
| | | | +-Badiaraja
| | | | |
| | | | +-Alang
| | | | | Pardosi
| | | | |(Pohan Barus)
| | | | |
| | | | +-Rj Unduk
| | | | (Karokaro)
| | | |
| | | +-Niapul----+-Tn Sumundur
| | | | |
| | | | +-Rj Sitanduk
| | | |
| | | +-Siboro----+-Sariburaja
| | | |
| | | +-Rj Martahuluk
| | |
| | +-Tn Dibangarna-+-Panjaitan-+-Sidogor
| | | | |
| | | | +-Siponot
| | | |
| | | +-Silitonga
| | | |
| | | +-Siagian
| | | |
| | | +-Sianipar
| | |
| | +-Tn Somanimbil-+-Siahaan-----+-Marhiteombun
| | | | |
| | | | +-Hinalung
| | | | |
| | | | +-Juara Monang
| | | | |
| | | | +-Tn Pangorian
| | | | |
| | | | +-Rj Parluhutan
| | | |
| | | +-Rj Marsundung-+#Parsuratan
| | | | Simanjuntak |
| | | | #tubu ni br |
| | | | Hasibuan +*Mardaup
| | | | *tubu ni br |
| | | | Sihotang +*Sitombuk
| | | | (Sobosihon |
| | | | br Sihotang) +*Hutabulu
| | | | :
| | | | +-Siboru Hagohan
| | | | :
| | | | +-Siboru Naompon
| | | | na tu Namora Jobi
| | | | Sirait sian luat
| | | | Marom
| | | +-Hutagaol
| | |
| | +-Sonak Malela--+-Simangunsong
| | |
| | +-Marpaung---+-Rj Pangasean
| | | |
| | | +-Simanampang
| | |
| | +-Napitupulu
| | |
| | +-Pardede----+-Tandang Buhit
| | |
| | +-Rj Paindoan
| |
| +#Sipaettua--+-Pangulu-------+-Hutahaean--+-Panguluponggok
| | | Ponggok | |
| | | Naiborngin | +-Pangulutumbu
| | | |
| | | +-Aruan
| | | |
| | | +-Hutajulu
| | |
| | +-Sipartano-----+-Sibarani
| | | Naiborngin |
| | | +-Sibuea----+-Dt Sabungan
| | | | Niaji
| | | |
| | | +-Op Rj Sihat
| | |
| | +-Pardundong---+-Pangaribuan
| | (Puraja Lagu- |
| | boti) +-Hutapea
| | (sian Laguboti)
| |
| +#Silahi-----+-Sihaloho---+-Babaraja
| | Sabungan | |
| | | +-Sinabarno
| | |
| | +-Situngkir--+-Sibagasan--+-Sembiring
| | | | | Sinupangkar
| | | | |
| | | | +-Sipayung
| | | |
| | | +-Sipakpahan
| | | |
| | | +-Sipangkar
| | |
| | +-Rumasondi--+-Rj Parmahan-+-Doloksaribu
| | | | |
| | | | +-Sinurat
| | | | |
| | | | +-Nadapdap
| | | | |
| | | | +-Naiborhu
| | | |
| | | +-Rumasingap
| | |
| | +-Sinabutar--+-Rumabolon
| | |(Sidabutar) |
| | | +-Rumabiak
| | | |
| | | +-Rumatungkup
| | |
| | +-Sinabariba-+-Lumbanbolak
| | |(Sidabariba)|
| | | +-Lumbantongatonga
| | | |
| | | +-Lumbantoruan
| | |
| | +-Sidebang---+-Siari
| | | |
| | | +-Sitaon
| | | |
| | | +-Sisidung
| | |
| | +-Pintubatu--+-Lumbanpea
| | | |
| | | +-Hutabalian
| | | |
| | | +-Sigiro
| | |
| | +-Tambunan---+-Tambun Mulia
| | |
| | +-Tambun Saribu
| | |
| | +-Tambun Marbun
| |
| +#Sirajaoloan-+^Naibaho-----+-Porhas Japjap
| | /br Limbong | |
| | /br Pasaribu| +-Gr Sodampangon
| | | |
| | ^tubu ni br | +-Tolpak Lading
| | Limbong | |
| | | +-Gr Helung
| | | |
| | | +-Marhite Galung
| | | |
| | | +-Sinta Mardongan
| | | :
| | | +-Siboru Nahot
| | | : na gabe tu Rj Simbolon
| | | :
| | | +-Sipinta Nahomasan
| | | na gabe tu Rj Sitanggang
| | |
| | "tubu ni br +"Sihotang----+¤Pardabuan
| | Pasaribu | (Sigodang |
| | | Ulu) +¤Sorganimusu
| | | /br Tamba |
| | | /br Simbolon+¤Torbandolok
| | | |
| | | ¤tubu ni br +¤Randos
| | | Tamba |
| | | +¤Marsoit
| | | :
| | | +¤Siboru Sobosihon
| | | | na gabe tu Rj Marsundung
| | | | Simanjuntak
| | | |
| | | *tubu ni br +*Rj Tunggal
| | | Simbolon | Hasugian
| | | ima na |
| | | nidokna +*Orang Kayo Tua
| | | Hasugian Hasugian
| | |
| | +"Bakara
| | |
| | +"Sinambela-+-Rj Pareme
| | |/br Situmo |
| | | rang +-Tn Nabolas
| | | |
| | | +-Rj Bonanionan-+-Singamangaraja
| | | /br Pasaribu (Rj.Manghuntal)
| | |
| | +"Sihite----+-Panderaja
| | | |
| | | +-Siguru Tohuk
| | | |
| | | +-Siguru Leang
| | |
| | +"Manullang-+-Lumbanri
| | |
| | +-Lumbannaungkap
| | |
| | +-Lumbandalam
| |
| +#Siraja------+-Maha------+-Sembiring Meliala
| | Hutalima |
| | +-Sambo
| | |
| | +-Pardosi
| |
| *tubu ni boru +*Raja Sobu---+-Tinandang-+-Lintongditano-+-Sitompul
| Sibasopaet | | (Op Hobolbatu)
| | |
| | +-Hasibuan--+-Rj Manjalo
| | |
| | +-Gr Mangaloksa
| | | /br Borbor
| | | |
| | | +-Rj Na Barat
| | | | (Hutabarat)
| | | | |
| | | | +-Hapoltahan
| | | | |
| | | | +-Sosunggulon
| | | | |
| | | | +-Pohan
| | | |
| | | +-Panggabean
| | | | |
| | | | +-Lumbanratus
| | | | |
| | | | +-Simorangkir
| | | | |
| | | | +-Lumbansiagian
| | | |
| | | +-Hutagalung
| | | | |
| | | | +-Miralopak
| | | | |
| | | | +-Rj Inaina
| | | |
| | | +-Hutatoruan
| | | |
| | | +-Hutapea
| | | |(sian Tarutung)
| | | |
| | | +-Lumbantobing
| | |
| | | >>> Siopat Pusoran
| | |
| | +-Gr Hinobaan
| | |
| | +-Rj Manjalang
| | |
| | +-Gr Maniti
| |
| +*Raja Sumba-+-Sihombing-+-Silaban-+-Op Ratus-+-Op Rj Diomaoma
| | | | |
| | | | +-Dt Bira
| | | | |
| | | | +-Dt Mangambe
| | | | |
| | | | +-Dt Guluan
| | | |
| | | +-Lumbantoruan
| | | |
| | | +-Nababan
| | | |
| | | +-Hutasoit
| | |
| | +-Simamora--+-Purba------+-Girsang
| | | |
| | | +-Siboro
| | | |
| | | +-Tambak
| | |
| | +-Manalu-----+-Sigukguhi
| | | |
| | | +-Rumaijuk
| | | |
| | | +-Dt Napunjung
| | | |
| | | +-Soburion
| | |
| | +-Debataraja-+-Sunggu
| | | Marpasung
| | |
| | +-Tn Sumerhan
| | (Rambe)
| |
| +*Raja--------+-Sibagariang
| Naipospos |
| (Martuasame) +-Hutauruk
| |
| +-Simanungkalit
| |
| +-Situmeang
| |
| +-Marbun----+-Lumbanbatu
| |
| +-Banjarnahor
| |
| +-Lumbangaol
|
+-Siraja Asiasi
| (Tunggul Niaji)
|
+-Sangkar
Somalidang
RAKSA NI ANGKA ULOS (3)
00.33 | Author: PARSAME
RAKSA lapatanna : pangalaho, guna, manang tujuan na dapot paboaon taringot tu sada barang. Jadi molo RAKSA NI ANGKA ULOS, marlapatan ma i tujuan manang guna ni angka massam ni ulos.

7. ULOS BOLEAN.

Di adat batak, Na jolo ra sai ulos on do solmalna diuloshon halak tu ianak hon na marsitataonon laho mangapuli na ni ulosan i.

Ra adong do pardomuan ni goar “bolean” tu hata indonesia “membelai-belai”, na marlapatan mangapuli dohot “belaian” na marlapatan “apul-apul”

PAMANGKENA : Sinampe-sampehon.

8. ULOS SIBOLANG.

Di Adat batak, Ia ulos sibolang on ra ulos “sibulang” hian do goarna, ai guna-na na parjolo, ninna, ulos i ma silehonon tu jolma sibulangbulangan, lapatanna, jolma sihomatan siala jasana. Umpama-na ulubalang na manaluhon musu manang halak na barani huhut sanggup pamaatehon angka binatang panoro.

Di tingki on ulos on do jotjot dibahen halak mangulosi amang ni helana jala digoari mai ulos pansamot na sumintahon asa jolma na boi pangunsandean nian amang ni hela i, na gogo mansamot jala parpomparan sibulang bulangan, jala dohono ni pangulosi i masongon tamba-tamba ni angka hata pasupasu na somal umpasa on

Marasar sihosari di tombak ni Panggulangan,

Sai halak na gogo ma hamu mansari jala parpomparan si bulangbulangan.

Ulos sibolang on do huhut jotjot diparulos halak laho mangadopi dohot mambahen adat tu na monding, bahen tujung ni namabalu pe jotjot do ulos sibolang on dipangke

PAMANGKENA : Boi do sampe-sampe-hononton, boi nang abithononthon manang hohop-honon-hon

9. ULOS SURI SURI TOGU-TOGU (LOBULOBU)

Di adat batak, adong do na istimewa di ulos on ima, ndang digotap rambuna, torus do i laos mardomu. Jadi gabe songon abit kain sarung do ulos i naingkon suruhon laho mamangke. Ia tujuanna disi on do, parjolo. asa une pakeon songon kain sarung molo jumpa parabiton. Paduahon. asa unang mura madabu dakdanak sian ompaan niba molo pinake ulos i gabe parompa

Digoari do ulos on ulos lobulobu (lobu=masuk), asa anggiat lobu(masuk) angka na uli tu jabu ni na mamangkesa.

Molo dipangke anak boru ulos on mangompa ibotona, diendehon ma

Ulos lobu-lobu, marrambu ho ditonga-tonga

Tibu ma ho ito dolidoli, jala mambahen silas ni roha

Ia molo anggina do na niompa ni anak boru i diendehon ma

Ulos lobu-lobu marrambu ho ditonga-tonga

Sinok ma modom ho anggi, suman tu boru ni na mora

PAMANGKENA : mambahen parompa manang pinarabit

Horas

RAKSA NI ANGKA ULOS (2)
00.31 | Author: PARSAME
RAKSA lapatanna : pangalaho, guna, manang tujuan na dapot paboaon taringot tu sada barang. Jadi molo RAKSA NI ANGKA ULOS, marlapatan ma i tujuan manang guna ni angka massam ni ulos.

4. ULOS GODANG.

Di adat batak, Ulos on jot-jot do digoari “Sadum - Angkola”, Uli situtu do rupana. Argana pe antong, umumna, tumimbo do sian arga ni ragidup nang pe nian derajatna di toru ni ragidup

Ia “ulos - godang” on niuloshon do i tu ianakhon si godang ni roha niba, ima ianakkon na mabahen las ni roha na balga, na godang di iba. Ia sintasinta niulos -godang on, on do :

Asa songon goar ni ulos i ulos godang, sai boi nian tu joloan on na ni ulosan i patupahon godang na uli jala na denggan tu sisolhotna dohot donganna, jala marhite na uli jala na denggan tu sisolhotna dohot donganna, jala marhite i gabe dapotan godang pasupasu dohot asi ni roha ibana sian Amanta Pardenggan basa

PAMANGKENA : Boi do sampe-sampe-hononton, boi nang abithononthon manang hohop-honon-hon.

5. ULOS RAGIHOTANG.

Di Adat batak, ulos on ma na gumodang di ulohon halak di tingki on. Tongam do antong “ulos ragihotang” i ulos-hononton, tarlobi molo ragihotang na ummuli i ni uloshon, i ma na ginoaran “potir si na gok”

Adong do angka umpasa na mardomu tu ulos i na denggan dohonon di tingki na mangalushon i, Pinillit ma manang dia sian angka umpasa i na toho dohonon tu na ni ulosan i. Angk on ma :

Hotang do ragian, hadang-hadangan pansalongan
Sihahaan gabe sianggian, molo hurang sinaloan

Hotang binebe-bebe, hotang pinulos-pulos
Unang iba mandele, ai godang do tudos-tudos

Tumbur ni pangkat tu tumbur ni hotang
Tusi hamu mangalangka, sai disi ma hamu dapotan

Hotang hotari, hotang pulogos
Gogo ma hamu mansari asa dao pogos

Hotang do bahen hirang, laho mandurung pora-pora
Sai dao ma sian hamu na sirang, lai lam balga ma holong ni roha

Hotang dipara-para, ijuk di parlabian
Sai dao ma nasa mara, jala sai ro ma parsaulian.

PAMANGKENA : Boi do sampe-sampe-hononton, boi nang abithononthon manang hohop-honon-hon

6. ULOS SITOLU(N) TUHO

Di adat batak ninna, adok do na istimewa di ulos on ima , tangkas do tarida di gorgana i adong tolu tuhona. Ndang tarjua so ingkon simbol ni Dalihan Na tolu ulos-on. Jadi molo pinangke ulos on mangulosi penganten manang gabe parompa porlu ma dohonon poda taringot tu Dalihan na tolu, ima. Manat mardongan tubu, Elek Marbor, Somba Marhula-hula.

Jala di ujungna laos dihatahon pangulosi i ma pasu-pasu ‘Sitolu saihot’, ima .

1. Umpasa Pasu-pasu as sai masihaholongan jala rap saur matua.

Sidangka ni arirang na so tupa sirang.
Diginjang ia arirang, di toru ia panggonggonan

2. Umpasa Pasu-pasu Hagabean

Bintang na rumiris tu ombun na sumorop
Toho di rondang ni bulan
Anak pe di hamu sai riris, boru pe antong torop
Jala sude sioloi Tuhan

3. Umpasa Pasu-pasu pansamotan.

Bona ni aek puli, di dolok Sitapongan
Sai ro ma tu hamu angka na ulis, songon i nang pansamotan

PAMANGKENA : Boi do sampe-sampe-hononton, boi nang abithononthon manang hohop-honon-hon

Horas

RAKSA NI ANGKA ULOS (1)
00.30 | Author: PARSAME

RAKSA lapatanna : pangalaho, guna, manang tujuan na dapot paboaon taringot tu sada barang. Jadi molo RAKSA NI ANGKA ULOS , marlapatan ma i tujuan manang guna ni angka massam ni ulos.

1. ULOS MANGIRING.

Di adat batak, Ulos on jot-jot do dilehon halak songon parompa, na marsinta-sintahon asa martinodohon anak dohot boru dope dak-daknak na pinarompana i, asa lam torop iring-iring-on ni natorasna.

Jot-jot do tu anak dohot boru na baru marbagas ni uloshon “ulos mangiring” on, na marsintahon asa tibu ro hagabeon tu nasida, laos ni dok ma umpasa :

Giring-giring gosta-gosta.

Sai tibu ma hamu mangiring-iring huhut mangompa-ompa

PAMANGKENA : Pinartali-tali manang sinampesampehon.

2. ULOS MANGIRING PINARSUNGSANG.

Ia ulos on pangkeon ma on mangulosi molo songon na adong na masisuharan(marsungsang) di partuturan. umpamana na pinarhula-hula hian gabe pinarboru. Jadi ulos on ma pakeon mangulosi penganten manang mambahen parompa ni dak-daknak. Jala di tingki na mangkatahon ulos i pangulosi ingkon solothononna ma mandok umpama

Rundut biru ni eme, mambahen tu porngisna

Marsijaitan andor ni gadong mambahen tu ramosna

PAMANGKENA : Pinartali-tali manang sinampesampehon

3. ULOS BINTANG MAROTUR (MARATUR)

Didok ompunta sijolo-jolo tubu ninna barita i, On ma ulos Siboru Habonaran, Si Boru Deak Parujar, mula ni panggantion dohot parsorhaon, pargantang pamonori na so boi lobi na so boi hurang. Ia ulosna i ima na margoar

Bintang na maratur (marotur)

Siatur maranak, siatur marboru

Siatur hagabeon, siatur hamoraon

Tu na olo mangido sian Amanta Debata.

Jadi molo binahen ulos on mangulosi penganten. solothonot-hon ma tamba ni angka hata pasupasu jala dohonon, Ulos bintang marotur do on, asa sai anggiat ma diatur jala dilehon Amanta Debata Parasi Roha i dihamu hagabeon dohot pansamotan, asa ro nian angka i ditingki na lehet, di ombas na denggan jala mambahen tua di hamu.

Molo gabe parompa do ulos on ulos-honot-hon, tambahonon ma tu angka hata dohot pasupasu sidohonon hian angka pandohan on, “Ia ulos on bintang marotur do, asa sai anggiat ma diparbisuhi Amanta Debata Parasi Roha i hamu manogunogu jala mangatur dak-daknak on dohot angka tinodohonna na naeng gabe jolma na malo mangaur angka tinodohonna, tu hadengganon dohot harentaon.

PAMANGKENA : Pinartali-tali manang sinampesampehon

Horas

Parjabu sukubatak.com

Diambil dari buku : TM Sihombing (O. ni Marhulalan)

Berlanjut ke halaman 84

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Tanah Batak dan Tanah Tuhan
23.43 | Author: PARSAME

Pelayaran orang Mesir kuno ke berbagai belahan dunia telah diketahui bermula sekitar 4000 tahun yang lalu. Setidaknya berbagai literatur dan bukti-bukti sejarah telah mengarah kepada adanya pelayaran kuno yang bahkan telah sampai ke benua Amerika beberapa abad sebelum ditemukan oleh Colombus.


Para arekeolog telah menemukan sisa-sia kapal berusia 4000 tahun, kapal tertua yang menjelajahi lautan dunia, di goa-goa dekat Laut Merah. Keenam goa buatan manusia itu digali di Wadi Gawasis, sekitar 13 mil (21 Kilometer) selatan pelabuhan Safaga. Kapal itu mungkin merupakan salah satu dari beberapa kapal yang digunakan Ratu Mesir Hatshepsut untuk ekspedisi perdagangan ke selatan Laut Merah pada sekitar 1500 SM.

Beberapa benda ditemukan seperti papan-papan dan kayu-kayu dek, dayung, kotak-kotak kargo, jangkar-jangkar batu, pot-pot tembikar, dan gulungan tali yang masih utuh di dalam gua. Kondisi papan kayu dan artefak yang lain tersebut mengindikasikan bahwa orang-orang Mesir tampaknya membawa kapal-kapal itu dalam bentuk kepingan sejauh 90 mil (145 kilometer) dari padang pasir terbuka menuju Laut Merah, di mana kemudian kapal tersebut dirakit menjadi sebuah kapal yang utuh.

Huruf hieroglif pada pot tembikar dari goa tersebut memperlihatkan detail ekspedisi perdagangan ke Punt. Punt atau yang diartikan Tanah Tuhan, merupakan pusat perdagangan yang misterius dari mana orang-orang Mesir memperoleh dupa (kemenyan) dan barang-barang berharga lainnya.

Para akademisi bertahun-tahun memperdebatkan letak Punt serta bagaimana orang Mesir pergi dan pulang dari tempat yang menjadi “dongeng” itu. Inilah yang menjadi masalah? Di manakah Punt itu sebenarnya? Bila kita melihat bahwa tujuan pelayaran tersebut adalah mencari dupa, bukankah dari dulu kala tempat muasal dupa dan kemenyan adalah di tanah Batak. Apakah Punt tersebut adalah Pancur, Pansur atau Fansur atau yang disebut oleh orang Cina dengan istilah P'o-lu atau P'o-lu-shih??? Dari manakah Ptolemy menemukan Barus, Tanah Batak, di abad ke-2 SM, kalau bukan dari tradisi berlayar bangsa Mesir sejak zaman kuno?

Dalam tulisannya La Cola del Dragón, Paul Gallez mengemukakan sebuah perkiraannya yang menjelaskan pelayaran kuno ke tanah yang jauh yang sampai sekarang masih misterius. Sebuah pelayaran yang dikatakan menuju Tanah Punt (Richard Hennig, Terrae Incognitae, 4 vols, Leiden, Brill 1950, in vol. I, pages 5-13).

Inilah sebuah pelayaran yang pernah dikenal dalam sejarah (mungkin saja sebelumnya ada) yang dikirim oleh Dinasti kelima Fir’aun, dalam pemerintahan Sahure sekitar 2550 SM. Kapal-kapalnya dikatakan membawa kembali kemenyan (dupa), myrrh, emas, perak, kayu-kayu berharga (meranti? yang menjadi andalan tanah Batak) dan para budak, dari Punt dan tanah-tanah dan pulau di sekitarnya.Walaupun begitu, tidak semua barang-barang tersebut didapatkan dari Punt, ada beberapa nama yang disebutkan dalam perjalanan tersebut.

Dinasti Fir’aun dari pemerintahan Asa (Isei) mengulangi ekspedisi Sahure, dan pada tahun 2400 SM dia juga mengirimkan armada lautnya ke Punt. Salah satu putri kaisar dinasti yang keenam tersebut dimasukkan ke peti jenazah untuk dibawa ke Tanah Kematian, bibirnya diwarnai dengan logam keputihan, sebuah benda yang benar-benar belum dikenal di Mesir dan negara-negara tetangganya. Batu yang berada di pusaran Knemhopet, seorang nakhoda dari pulau Elephantine yang telah melakukan sebelas kali perjalanan ke Punt, mempunyai penanggalan yang sama dengan periode perlayaran tersebut (Paul Herrman; La aventura de los primeros descubrimientos, Labor Encyclopaedia, 1967).

Selama pemerintahan Dinasti yang kesembilan, Fir’aun Seanjkare mengirimkan beberapa ekspedisi ke tanah misterius tersebut dengan keberhasilan yang sama. Perjalanan yang paling berhasil dan paling terkenal adalah yang diorganisir oleh Ratu Queen Hatshepsut (kadang-kadang dipanggil Hacheput, Hatcheposut, Huschpeswa, Hatashopsitu, Hachepsowe, Hatasuput and Hatscheposut, 1501-1482 SM) yang diabadikan dalam tulisan di kuil Deir-el-Bahari. Kuil ini dibangun atas prakarsa Ratu di Thebes untuk mengenang jasa-jasa Amen-Ra.

Kekuatan utama dari ekspedisi Ratu terbuat dari lima kapal raksasa untuk ukuran saat itu dengan tiga puluh pelaut per kapalnya. Mereka berlayar menuju ke selatan Laut Merah dan menempuh waktu selama tiga tahun.

Salah satu inskripsi di kuil Deir-el-Bahari mengemukakan: “Penduduk di sana bertanya: Bagaimana kalian bisa sampai ke sini yang belum diketahui oleh manusia? Bagaimana kalian terbang ke sini melalui langit atau apakah kalian sampai ke sini melalui Samudera Luas dari dari arah Tanah Tuhan?” (Richard Hennig: Terrae Incognitae, 4 vols, Leiden, Brill 1950, I, 5, Ophir).

Diyakini bahwa penduduk yang bertanya tersebut adalah penduduk Benua Amerika. Sementara Samudera Luas yang dimaksud adalah Samudera Pasifik dan tanah yang dilalui mereka atau Tanah Tuhan yang dimaksud adalah sebuah daerah sebelum Samudera Pasifik yang menjadi pusat perdagangan saat itu yakni Barus.

Untuk sekedar diketahui, Benua Amerika khususnya peradaban Maya telah melakukan kontak hubungan sejak 4000 tahun yang lalu dengan peradaban Batak yang ditunjukkan dengan adanya transfer teknologi pembuatan kertas dari kulit kayu dari Bangsa Batak ke Bangsa Maya.

Dari legenda kehidupan Ramses IV dari Harris Papyrus di British Library, Ramses III diketahui mengirimkan ekspedisi terakhirnya dalam jumlah besar sekitar 10.000 orang ke Punt sekitar 1180 SM. Sementara itu ekspedisi yang paling terkenal ke Barus terjadi pada sekitar abad ke-2 M oleh Ptolemy.

Para ahli dari Mesir tidak pernah sepakat mengenai makna dari Tanah Punt tersebut. Ada yang mengatakan bahwa itu adalah Eritrea, Somalia, Zimbabwe, Hadramaut atau India. Tapi melihat dari lamanya berlayar dan muatan-muatan yang mereka bawa yang dimaksud Punt tersebut kemungkinan besar adalah Barus yang juga dikenal dengan nama Pancur yang merupakan penghasil satu-satunya kemenyan dan emas sejak zaman kuno. Kemungkinan besar pula, dari Barus mereka kemudian melanjutkan perjalanan ke timur melewati Samudera Pasifik sampai ke Benua Amerika yang dihuni oleh Bangsa Maya.

Orang Libya-Mesir Di Amerika Kuno

Pelayaran-pelayaran Dinasti tersebut di atas juga menjadi sangat menarik dengan keberadaan beberapa manuskrip di Benua Amerika, yang menunjukkan adanya pelayaran kuno yang sangat berhasil dari Mesir (Afrika) ke Amerika melalui Nusantara (Barus atau Punt) melewati Samudera India dan Pasifik.

Paul Gallez, menjelaskannya dalam Predescubrimientos de América (Instituto Patagónico, Bahía Blanca 2001, p 52 onwards), yang mengatakan bahwa pada tahun 1976, Barry Fell (América A.C. Los primeros colonizadores del Nuevo Mundo. México, Diana 1983) telah memberikan sebuah terjemahan sebuah inskripsi yang terdiri dari tiga bahasa yang ditemukan di perkuburan di Davenport, Iowa. Inskripsi tersebut terdiri dari bahasa Mesir, Funisia dan Libya.

Batu tersebut bertanggal 800 SM, dalam pemerintahan Dinasti Mesir yang ke-21 yang berpusat di Libya. Kalimat-kalimatnya menjelaskan masalah-masalah astronomi, agama dan tradisi-tradisi dengan huruf-huruf Mesir kuno. Menurut para ahli, mumi-mumi Mesir yang diawetkan dalam masa yang sama menggunakan tembakau dan kokain, dua produk khas dari Amerika. Pemumian di Mesir menggunakan berbagai bahan yang berbeda untuk masa yang berbeda, diyakini kemenyan dan kafur dari Barus juga digunakan sebagai bahan dasar untuk pemumian.

Orang-orang India Micmac dari Arcadia, Kanada, dikatakan dapat membaca tulisan-tulisan hieroglif Mesir kuno yang menunjukkan adanya hubungan antara Mesir dan Amerika zaman kuno. Misteri ini semakin menarik saat diketahui bahwa orang-orang Micmac percaya bahwa mereka menggunakan tulisan-tulisan gambar Mesir dan mereka mempelajarinya dari orang-orang Mesir. Bahkan orang-orang India Algonquin, diketahui, setiap tahun mengadakan upacara untuk menandakan perayaan kedatangan nenek moyang mereka ke Amerika dari laut seberang, namun mereka tidak tahu dari mana asal muasalnya.

Dalam bab yang lain, Fell menunjukkan sebuah inskripsi yang ditemukan di Texas, ditulis dengan bahasa Libya dengan menggunakan huruf Olgam, yang menceritakan kedatangan para pelaut dari sebuah kapal yang dimiliki oleh Raja Shishong, nama dari beberapa raja yang memerintah antara tahun 1000 sampai dengan 800 SM.

Barry Fell yakin bahwa koordinat yang ditemukan di batu prasasti yang ditemukan di Tinguiririca (34º 45´S) merupakan klaim teritorial Mesir. Prasasti tersebut ditemukan oleh Karl Stolp di sebuah gua di Andes pada tahun 1885 dan dipublikasikan pada tahun 1877 di jurnal Sociedad Científica de Chile.

Di tahun yang sama, pada bulan Oktober 1974, Barry Fell menelitik artikel Karl Stolp dengan menjelaskan kembali batu prasasti Tinguririca dan menemukan bahwa tulisan batu tersebut juga menunjukkan bahwa ekspedisi yang sama juga telah singgah di New Guinea. Fell menerjemahkannya sebagai berikut:

“Bagian selatan dari pantai dicapai oleh Mawi. Wilayah ini terdiri dari wilayah tanah pegunungan di bagian selatan, klaim kapten tersebut diwujudkan dalam bentuk proklamasi tertulis atas kepemilikan atas tanah. Armada kapal mencapai batas-batas selatan. Atas nama Raja Mesir, permaisuri dan putera mahkota, nakhoda kapal mengklaim tanah yang memanjang sekitar 4000 mil yang terdiri dari bebatuan, tanah tandus dan sampai ke atas.

Tanggal 5 Agustus, Tahun Keenam Pemerintahan Raja.”

Di saat itu, Fir’aun yang memerintah adalah Ptolemy III Evergetes, nama permaisurinya dalah Berenice dan putera mahkota adalah Fir’aun masa depan yakni Ptolemy IV Philopathor. Bahasanya menggunakan bahwa Libya, yang berhubungan dengan bahasa Mesir dan Maori Kuno; Tulisan Libya telah digunakan selama berabad-abad di Selandia Baru sampai abad ke-15 Masehi. Kemampuan Fell menerjemahkan bahasa Libya dan Maori telah membuat para ahli serius dengan temuannya ini.

Torquetum: Alat Navigasi Kuno

Torquetum adalah instrumen pintar yang dapat digunakan untuk menghitung koordinat tanpa penghitungan rumus-rumus lainnya. Alat ini disebut dengan nama “tanawa” sebelum masehi dan kemudian disebut dengan torquetum pada tahun 1492. Alat ini dapat mengukur jarak bulan dan benda-benda luar angkasa lainnya. Dengan bantuan tabel-tabel astronomi juga dapat mengukur secara kasar koordinat longitudinal.

Alat ini ditemukan di berbagai tempat di dunia. Salah satunya adalah di pantai McCluer dekat Sosora, Irian Jaya di sebuah gua yang disebut Gua Para Nakhoda. Sebuah prasasti kuno telah ditemukan di gua tersebut oleh Barry Fell pada tahun 1970. Dijelaskan bahwa pada tahun 232 SM, sebuah armada Mesir, yang terdiri dari enam kapal dengan komando Rata dan Mawi, seorang teman dari Eratosthenes, berlayar dari Laut Merah dan sampai ke pantai barat Amerika. Informasi ini disampaikan oleh Rick Sanders “Ancient navigators could have measured the longitude”, Oktober 2001, diterbitkan di 21st. Century Science & Technology Magazine. Sebuah prasasti yang berhubungan dengan yang ditemukan di Irian Jaya tersebut juga ditemukan di Tiguiririca (Cili), 34º 45´ S.

Kesimpulan

Argumen-argumen mengenai eksistensi Tanah Batak sebagai Punt atau Tanah Tuhan adalah sebagai berikut:

1. Adanya Barus atau Pancur sebagai Bandar pelabuhan kuno di tanah Batak. Barus telah diakui pernah disinggahi oleh Ptolemy di abad ke-2 M dan itu berdasarkan kepada peta yang dibuat sebelum zaman tersebut.

2. Kemenyan dan dupa, sejak zaman dahulu kala hanya ditemukan di Tanah Batak yang didapat melalui Barus. Mungkin saja kemenyan dapat ditemukan di belahan bumi lainnya, namun fakta sejarah mengatakan transaksi kemenyan yang paling lama ditemukan adalah di Barus. Dan kemenyan dari daerah ini merupakan mutu yang terbaik.

3. Di Barus juga ditransaksikan berbagai logam mulia dan didukung oleh adanya tambang-tambang emas kuno di banyak tempat di Tanah Batak yang tentunya mengundang berbagai bangsa untuk datang berdagang alias membelinya.

4. Terdapat banyak literatur yang mengarah kepada dupa dan kemenyan yang di dapat dari Barus yang diperkuat oleh ketertarikan Bangsa Arab, sebagai bangsa yang paling mengenal peradaban Mesir, Romawi dan Yunani Kuno, untuk mendatangi Fansur dengan sebutan berbagai keistimewaannya.

5. Gambar Naga Padoha diyakini mempunyai kesamaan dengan salah satu gambar dalam karya Ptolemy yang menguatkan eksistensi Barus dan Tanah Batak sebagai Bangsa yang beradab sejak dahulu kala.

6. Adanya hubungan budaya antara Batak dan Maya di benua Amerika yang diperkuat dengan kesamaan budaya teknologi kertas khususnya Maya Yucatan. Yang menunjukkan adanya pelayaran Batak Kuno menuju Benua Amerika melalui Samudera Pasifik

7. Barus dan Tanah Batak merupakan tempat transit pelayaran kuno dari berbagai bangsa kuno, khususnya India dan Cina yang tidak tertutup kemungkinan dari Mesir dalam perjalanan mereka ke timur melewati Samudera Pasifik.

8. Terdapat hubungan budaya yang sangat dekat antara Bangsa Maori di Selandia Baru dengan Mesir dari budaya Libya kuno. Tulisan Libya Kuno pernah dipakai berabad-abad di Selandai baru sampai abad ke-15 M. Kemungkinan besar Bangsa Libya kuno telah lalu lalang dari Afrika menuju Selandia Baru dan titik transit kuno yang paling logis adalah Barus.

9. Tanda bukti pelayaran Kuno Mesir-Libya ke berbagai negara khususnya Amerika telah terbukti dengan temuan prasasti di Irian Jaya dan Cili. Titik-titik ini merupakan jalaur-jalur pelayaran kuno dari Afrika Utara ke Amerika melalui Nusantara selain pelayaran kuno jalur Cina yang juga banyak mengambil jalur di Nusantara Indonesia. Pelabuhan tertua di Nusantara Indonesia adalah Barus.

10. Mengapa disebut Tanah Tuhan??? Pertama karena agama-agama pagan kuno banyak menggunakan kemenyan dalam ‘berkomunikasi’ dengan tuhan-tuhan mereka, dan kemenyan hanya tumbuh di Tanah Batak. Kedua, Produk lain seperti benzoin, kapur dan lain sebagainya yang bermanfaat untuk pengobatan dan pemumian di dapat di Tanah Batak. Apakah ini dapat diperkuat bahwa hanya di Tanah Bataklah sebuah legenda manusia pertama diciptakan langsung oleh Mulajadi Nabolon, tentunya, selain dari informasi Kitab Suci, teori evolusi Darwin dan kepercayaan Sinto.

11. Di berbagai tempat sebelum masuknya Belanda, di tanah Batak juga mengenal tradisi pemumian mayat yang menandakan hubungan kultur yang sangat erat antara Batak dan Mesir kuno, sehingga misteri “Tanah Punt” semakin mudah untuk dipahami.

Mungkin cerita di bawah ini sangat mengada-ngada tapi fakta-fakta di atas sepertinya membuat cerita ini semakin menarik. Dulu, di Bonapasogit, sesama anak-anak sering saling berbagi cerita satu sama lain. Cerita-cerita yang mereka dapat dari orang tua masing-masing. Salah satu cerita tersebut adalah mengenai kedatangan pelaut Mesir ke Barus. Karena sesuatu hal, mereka tidak dapat kembali ke negerinya dan menetap di huta-huta dekat pantai. Tiga orang di antaranya berinisiatif untuk mencari tempat yang lebih nyaman.

Dari pantai mereka berjalan ke desa-desa di perbukitan dan terus menanjak ke arah timur. Setelah tiba di pegunungan sekitar Danau Toba, mereka melihat pemandangan yang sangat indah dan memutuskan untuk menetap di daerah tersebut.

Mereka mencari tempat yang sesuai yang nyaman untuk dihuni. Mereka kemudian memilih satu wilayah yang kalau dari atas dapat melihat danau mengelilingi tempat tersebut. Setelah mereka menetap di sana, barulah orang-orang Batak mengetahui bahwa tanah tersebut telah dihuni oleh tiga orang Mesir.

Ketiga Mesir tersebut akhirnya menikah dengan orang-orang yang lalu lalang dan tempat tersebut akhirnya menjadi ramai. Daerah yang ternyata adalah sebuah pulau di Danau Toba tersebut akhirnya disebut dengan Sam-Mesir. Sam adalah angka tiga yang digunakan pada zaman kuno yang berari tiga. Dan Mesir adalah nama untuk orang Mesir. Sam-Mesir yang berubah menjadi Sam-Sir berarti tanah yang dibuka dan dihuni pertama sekali oleh tiga orang Mesir. Nama Sam-sir akhirnya mengalami perubahan dan akhirnya menjadi Sam-o-sir. Huruf o yang ditengah sepertinya berguna sebagai partikel sambung seperti kata Philosophy yang berasal dari Phil-o-sophy.

Nama Samosir sendiri sekarang ini merupakan nama sebuah pulau di Danau Toba yang menjadi tujuan wisata di Parapat. Kalau dibahas, memang tidak ada arti dari Samosir dari bahasa Batak. Sama seperti beberapa nama yang juga tidak mempunyai arti seperti Toba, Dairi, Balige, dan lain sebagainya. Nama Samosir yang terkenal menjadi aneh, karena biasanya semua nama tempat di Tanah Batak biasanya mempunyai arti yang terbuat dari bahasa Batak seperti Pancur, Fansur, Dolok, Toruan, Lintong Ni Huta, Sosor Gadong, Hauagong dan lain sebagainya. Benar tidaknya cerita tersebut, tidak ada yang tahu.
Begu dan Dunia Medis Batak
23.42 | Author: PARSAME

Apa yang terpikir di benak kalau seseorang menyebut nama BEGU? BEGU adalah terjemahan bahasa batak untuk kata Hantu. Segala sesuatu yang berhubungan dengan dunia ghaib biasanya dihubungkan dengan BEGU itu. Bahkan dalam ibadah masyarakat Batak kuno, dikenal sebuah ritual keagamaan yang bernama 'mamele begu'. Kalau diartikan sepintar mamele BEGU maksudnya adalah menjinakkan BEGU dengan sesembahan atau kurban dengan harapan BEGU dapat memberi perlindungan atau memenuhi permintaan tertentu.


Sebenarnya istilah BEGU dalam bahasa Batak tidak saja ditujukan untuk hal-hal ghaib. Hanya saja kata itu digunakan untuk dapat mencapai taraf pemikiran dan perkembangan pengetahuan yang ada di masyarakat. Dapat dipastikan istilah BEGU sekarang ini telah mengalami penyempitan makna dengan hanya berarti hantu yang berada dalam seputar dunia ghaib.

Apalagi sekarang ini timbulnya banyak kejadian aneh yang memicu kerusuhan massa akibat katanya munculnya 'begu ganjang' membuat istilah BEGU menjadi kata yang semakin menyeramkan.

Nenek moyang orang Batak paling tidak memahami BEGU dalam sebuah perngertian yang sangat luas. Pengistilahan itu tampaknya digunakan untuk menamai sesuatu yang belum jelas atau belum dikenal secara pasti apa namanya.

BEGU Dalam Dunia Medis

Dalam sejarah Batak, seringkali disebutkan sebuah peristiwa yang mengakibatkan kematian massal yang mempengaruhi konstelasi geopolitik satu huta. Para praktisi medis Batak atau Datu lantas mengenal peristiwa itu dengan sebuah sebutan, misalnya Begu Attuk.

Begu Attuk yang disebut para praktisi medis Batak itu, bukanlah berarti nama sebuah Hantu. Artinya kejadian yang menimpa sebuah huta itu disebabkan bukan oleh adanya kekuatan ghaib dari sebuah BEGU tertentu, walau kebanyakan masyarakat memercayainya.

Begu Attuk yang dimaksud para Datu itu adalah penyakit yang menjngkiti masyarakat secara massal seperti kolera dan kusta. Dulu, kedatangan Begu Attuk yakni pandemi kolera dan kusta sangat menyusahkan dunia media Batak.

Disinilah para Datu berjibaku meneliti dan melakukan eksperimen agar sebisa mungkin dapat mengatasi pandemi ini. Namun karena keterbatasan dunia pemikiran saat itu para Datu tampaknya tidak sanggup dan tidak sempat menjelaskan kepada penduduk anatomi Begu Attuk tersebut. Sehingga yang ada di benak masyarakat adalah rasa khawatir yang tinggi terhadap hadirnya sosok BEGU yang terbayang dalam bentuk hantu.

BEGU Dalam Dunia Terapi Batak

Istilah BEGU dikenal juga dalam dunia psikologi dan psikiater Batak. Beberapa gejala-gejala anomali psikologis juga disebutkan dengan penamaan BEGU. Sebut misalnya Begu Ama on dan Begu Ina on.

Begu Ama on adalah sindrom dan penyakit mental yang mengganggu independensi seseorang dalam bertindak. Bila penyakit mental ini tumbuh maka akan mengganggu kelancarahn kesehatan kejiwaan seseorang. Dalam dunia modern Begu Ama on dikenal dengan istilah Father Complex dan Begu Ina on dikenal dengan istilah Mother Complex.

BEGU Dalam Dunia Kontemporer

Anehnya, banyak orang Batak yang sampai sekarang masih awam dengan istilah-istilah yang diperkenalkan oleh para praktisi medis Batak kuno itu. Sampai sekarang banyak kejadian yang masih saja disalah tafsirkan sebagai perbuatan Hantu, padahal hal itu hanya sebuah fenomena bisa dalam dunia medis dan sosiologis.

Di sebuah tempat di Tanah Batak, seseorang yang mandi ke mata air yang dingin dengan turunnya embun biasanya diyakini akan mengalami sebuah penyakit yang dinamakan "Dipastap Begu". Penyakit ini akan mengakibatkan wajah seseorang mengalami stroke ringan sebelah. Kata orang itu akibat tidak permisi sama hantu penjaga "mual" sehingga wajahnya ditampar hantu sehingga nampak mulut dan matanya moyong karena tidak bisa digerakkan. Padahal apa yang dimaksud dengan dipatap BEGU tersebut mungkin saja sebuah gejala hipotermia biasa.

Banyak yang yakin, istilah begu ganjang yang selama ini selalu menimbulkan korban apabila isu tersebut didengungkan adalah sebuah 'penggambaran' biasa saja. Istilah begu ganjang biasanya ditujukan kepada sebuah isu yang terlah mengental dan terkristalisasi menjadi sebuah persepsi dan opini. Isu yang telah diolah 'by design' inilah yang disebut sebagai begu ganjang. Apabila istilah begu ganjang telah didesas-desuskan berarti tandanya ada sebuah 'gerakan bawah tanah' yang dilakuakn oleh kelompok tertentu untuk menguasasi atau menghabisi lawan-lawannya. Isu begu ganjang semakin mengerikan dan menyeramkan karena kelompok yang bergerak di bawah tanah itu biasanya sulit diidentifikasi. Karena setelah kejadian, biasanya peristiwa tersebut dapat tersamarkan dengan 'gejolak massa' yang ikut-ikutan terpancing. Mereka yang tidak tahu menahu dengan skenario tersebut
Jejak Raja-raja Batak Dalam Lagenda
23.34 | Author: PARSAME

KEBERADAAN etnis-etnis di Indonesia tidak terlepas dari lagenda yang selalu dituturkan dari mulut ke mulut serta menjadi cerita rakyat. Seperti hikayat Putri Hijau dari Tanah Deli atau Jaka Tingkir dari Jawa, etnis Batak (Toba) juga mempunyai hikayat yang hingga kini tetap hidup di tengah masyarakatnya.

Konon, perjalanan etnis Batak dimulai dari seorang raja yang mempunyai dua orang putra. Putra sulung diberi nama Lontungon dan kedua diberi nama Isumbaon. Setelah keduanya dewasa, mereka menghadap sang ayah yang juga raja di daerah itu. Kedua anaknya meminta ilmu sakti. Sang ayah menyanggupi, namun dengan syarat keduanya harus membangun tempat persembahan di atas bukit yang bernama Pusuk Buhit. Setelah itu, selama tujuh hari tujuh malam kedua anaknya tidak bisa ke tempat itu sebelum waktu yang ditentukan tiba. Setelah tujuh hari tujuh malam terlewati, sang Raja beserta kedua anaknya pergi ke Pusuk Buhit. Di sana, mereka menemukan dua buku yang disebut sebagai buku Laklak bertuliskan surat batak.

Sang Raja menyuruh si sulung mengambil buku itu, dan meminta apa yang mau dimintanya kepada sang pencipta. Saat itu, si sulung meminta kekuatan, kebesaran, rezeki, keturunan juga kepintaran, kerajaan, kesaktian dan tempat berkarya untuk semua orang. Permintaan si bungsu pun sama. Sang Raja mengubah nama si sulung menjadi Guru Tatea Bulan. Konon, Guru Tatea Bulan dengan lima putranya yakni Raja Geleng Gumeleng si sulung, Seribu Raja, Limbong Mulana, Segala Raja, si Lau Raja dan empat putrinya yakni si Boru Pareme kawin ke Seribu Raja (Ibotona) abang kandungnya. Bunga Haumasan kawin dengan Sumba. Atti Hasumasan kawin ke Saragi, dan Nan Tinjo konon jadi Palaua Malau.

Suatu hari, Seribu Raja menghadap ayahnya untuk memberitahukan mimpinya. Dalam mimpi itu ia mengatakan agar ayahnya mengantarkannya ke Pusuk Buhit. Di sana dia tampak menjadi seorang yang sakti dan kelak abang dan adik-adiknya tunduk dan menyembahnya. Ayahnya tertegun dan bertanya lagi. Tapi yang menjawab adalah Geleng Gumeleng, padahal yang bermimpi adalah Seribu Raja.Saat itu juga Geleng Gumeleng berkeinginan untuk bisa ke Pusuk Buhit.Ayahnya mendukung Geleng Gumeleng pergi ke Pusuk Buhit, tapi Seribu Raja tak mau mengalah. Sehingga terjadi pertengkaran dan Seribu Raja pergi meninggalkan ayahnya.

Di Pusuk Buhit, Sang ayah menempa Raja Geleng Gumeleng menjadi raja sakti yang namanya diubah Raja Uti. Sementara Seribu Raja yang melarikan diri ke hutan tidak mau lagi menemui ayahnya Guru Tatea Bulan. Raja Lontung Dalam penelusuran penulis di Samosir diceritakan pada suatu hari ketika Seribu Raja sedang beristirahat dalam pengembaraannya, lewatlah seorang gadis cantik yang sangat jelita bak bidadari dari kayangan dan menarik perhatian Seribu Raja. Karena tertariknya, Seribu Raja pun membuat pelet (mistik penangkap wanita) supaya wanita itu lengket. Pelet itu diletakkan di atas tanah yang akan dilewati gadis cantik jelita itu.

Tapi apa yang direncanakan Seribu Raja bukanlah menjadi kenyataan karena takdir berkata lain dan justru yang lewat dari tempat tersebut adalah adik perempuannya sendiri bernama Siboru Pareme yang datang mengantar makanan untuk Seribu Raja. Boru Pareme yang tadinya biasa-biasa saja, menjadi jatuh cinta kepada abangnya padahal dalam adat Batak hal itu sangat tabu. Tetapi karena pelet Seribu Raja, semua berubah hingga akhirnya mereka menjadi suami istri.
Ketika Guru Tatea Bulan mendengar kedua anaknya telah menikah, dia murka dan mengusir Seribu Raja. Sebelum pergi, Seribu Raja memberikan sebuah cincin kepada adik yang juga istrinya dan berpesan bila anaknya lahir diberi nama Si Raja Lontung.

Raja Borbor
Dalam pengembaraannya, Seribu Raja bertemu dengan seorang raja yang bergelar Raja Ni Homang. Tetapi dalam pertemuan itu terjadi pertarungan antara Seribu Raja dengan Raja Ni Homang. Kalau Seribu Raja kalah akan menjadi anak tangga ke rumah Raja Ni Homang dan bila Raja Ni Homang kalah, maka anak gadisnya akan diperistri oleh Seribu Raja.Pertarungan itu dimenangkan Seribu Raja. Tetapi sebelum dipersunting oleh Seribu Raja, sang putri raja itu ingin membuktikan kehebatan Seribu Raja. Maka gadis itu menyuruh Seribu Raja untuk mengambil daun pohon hatindi yang tumbuh di atas embun pati dengan syarat Seribu Raja harus tetap ada ditempatnya berdiri. Dan, bila sudah dapat dia bersedia menjadi istrinya.

Seribu Raja menyanggupi permintaan Boru Mangiring Laut. Dengan tiba-tiba tangan Seribu Raja dikibarkan ke atas kepalanya mengakibatkan angin di tempat itu menjadi kencang dan daun hartindi itu terbang ke tangannya. Bunga itu pun diberikannya kepada Boru Mangiring Laut. Setelah menikah, nama Boru Mangiring Laut diganti menjadi Huta Lollung, artinya kalah bertanding. Tak lama kemudian, boru Mangiring hamil namun Seribu Raja tidak menunggu kelahiran anaknya. Dia akan melanjutkan pengembaraannya.Dan, sebelum pergi dia memberikan sebuah cincin sakti. Pesan terakhir Seribu Raja, bila anaknya lahir diberi nama Raja Borbor.

Pertemuan Raja Lontung-Raja Borbor Konon, setelah dewasa Raja Lontung berangkat menelusuri hutan untuk mencari ayahnya Seribu Raja. Suatu hari Raja Lontung merasa sangat haus.Dia pun beristirahat barang sejenak. Di bawah pohon rindang, Raja Lontung mengambil pedangnya dan memotong salah satu akar pohon rotan untuk mengambil airnya. Tetapi bila dia mengangkat akar rotan itu ke mulutnya, tiba-tiba lepas karena ada yang menariknya dari sebelah. Begitulah yang terjadi sampai tiga kali.

Raja Lontung marah. Pasti ada orang yang mempermainkannya. Sekali lagi Raja Lontung menarik rotan itu kuat-kuat sehingga terjadi tarik menarik. Karena rasa kesal yang teramat sangat Raja Lontung berseru : “Jangan ganggu saya”.
Namun, akhirnya terjadi perkelahian dengan orang yang belum dikenal oleh Raja Lontung. Masing-masing mereka mengeluarkan ilmu sakti namun tidak ada yang kalah dan tidak ada yang menang. Akhirnya keduanya berkenalan. Lawan si Raja Lontung adalah Raja Borbor.Saaty itu mereka saling bertanya siapa ayah mereka sebenarnya. Keduanya terkejut sebab ayah mereka adalah Seribu Raja. Akhirnya mereka mencari Seribu Raja.

(Bersambung)

Pergeseran Adat Batak Toba (bagian II)
23.28 | Author: PARSAME

3. Adat na Niadathon
Adat na Niadathon yaitu tingkatan pelaksanaan tata upacara adat yang sudah dipengaruhi kebudayaan dan peradaban yang telah menjadi kebiasaan dan kelaziman baru. Melalui kebiasaan pelaksanaan adat pada species 2 yaitu Adat na Taradat terjadilah pergeseran-pergeseran nilai dan perobahan pelaku adat untuk menyikapi pelaksanaan upacara adat inti, melainkan memunculkan “adat baru” melawan dan menindas tata laksana upacara adat inti. Bentuk-bentuk kegiatan upacara adat yang baru pun muncul antara lain upacara adat wisuda, babtisan anak, lepas sidi, perayaan ulang tahun, peresmian perusahaan, dan lain-lain, yang sebenarnya jenis upacara adat di atas tidak dijumpai pada upacara adat Batak Toba khususnya pada adat inti.

Pada upacara adat dalam species Adat na Niadathon ini sangat dipengaruhi oleh unsur keagamaan. Di sini keterbukaan pintu adaptasi terhadap budaya dan kebiasaan dari luar atau pengaruh era globalisasi telah digunakan untuk merongrong dan menjajah adat inti atau adat asli yang selalu dilaksanakan etnis Batak Toba yang lama kelamaan menjadi memudar dan kabur, dan mungkin pada suatu saat akan tidak jelas dan pada akhirnya akan lenyap.

4. Adat na Soadat
Spesies adat berikut ini secara harafiah Adat na Soadat adalah adat yang bukan adat, karena tata laksana upacara adat disini tidak lagi berdasarkan struktur dan sistematika yang lazim dilaksanakan oleh etnis Batak Toba. Upacara yang dilaksanakan adalah sekedar “ngumpul” dalam bentuk resepsi, baik dalam upacara perkawinan, kematian dan lain-lain.

Struktur kekerabatan Dalihan Natolu yaitu hula-hula (pihak pengambilan boru), dongan tubu (saudara semarga), dan boru (pihak yang mengambil isteri) tidak lagi difungsikan, demikian juga halnya simbol-simbol dan media yang digunakan dalam upacara adat seperti dengke (ikan), boras (beras), ulos, jambar (daging yang dibagi-bagikan sesuai dengan kedudukan (status) kekerabatan (affina) seseorang pada upacara adat) dan lain-lain semua disingkirkan. Dalam penolakan upacara adat dalam spesies Adat na Soadat ini umpama Batak Toba menyebutkan :

Mumpat taluktuk, sega gadu-gadu
Nunga muba adat naung buruk ala ro adat naimbaru,

(Tercabut patok, rusak pembatas sawah, adat yang lama telah berobah karena sudah datang adat yang baru).

Ungkapan ini sebenarnya berkonotasi yang tidak baik karena patok adalah petunjuk yang ditetapkan dan dimufakati justru dicabut, maka ketetapan boleh dilanggar, hal ini akan menimbulkan ketegangan dan perpercahan. Pembatas sawah yang dianalogikan sebagai aturan dan batas-batas tindakan dan perilaku dengan dasar nilai-nilai adat sudah rusak akan menimbulkan kekhaosan, pertentangan dan perpercahan.

Kelompok yang menolak upacara adat ini adalah sebahagian dari kelompok agama Kristen sekte kharismatik dan juga kelompok agama Kristen Gereja Sidang Jemaat Allah (GSJA) dan mungkin individu-individu pada gereja suku yang menolak pelaksanaan upacara adat. Menurut kelompok ini upacara adat berasal dari leluhur yang masih hidup dalam penyembahan berhala pada masa kegelapan sebelum agama Kristen masuk ke daerah Batak Toba. Oleh karena itu upacara adat tidak hanya sebagai aktivitas sosial yang berdiri sendiri tetapi terkait dengan segala ide, gagasan, paradigma, norma kuasa roh kegelapan yang ada di belakangnya dengan demikian upacara adat sangat bertentangan dengan hukum dan Firman Tuhan (H J Silalahi, 2004).

Kelompok Kharismatik yang menolak upacara adat perkembangannya sangat pesat termasuk di Indonesia. Menurut Pdt Burju Purba dalam waktu relatif singkat sejak tahun 1960 sampai sekarang sudah memiliki anggota lebih kurang 500 juta jiwa di dunia. Menurut penelitian David Berret, umat Kristiani di dunia saat ini terdiri dari gerakan Kharismatik 44 %, Katolik 33 % dan selebihnya 22 % di luar Katolik dan Kharismatik (SIB, 7 Maret 2004). Perkembangan jumlah jemaat Kharismatik akan terus bertambah diprediksi tidak lama lagi hanya 2 (dua) komunitas kristen di dunia ini yaitu komunitas sekte Kharismatik dengan persentase lebih besar dan sekte Katolik dalam persentase yang lebih kecil. Dengan demikian apabila sekte Kharismatik konsisten menolak upacara adat, maka dalam hitungan tahun upacara adat Batak Toba tidak lagi sekedar bergeser tetapi akan tamatlah riwayatnya.

Penutup
“Seandainya” ada sisi negatif dari pelaksanaan upacara adat tetapi masih lebih banyak sisi positifnya. Oleh karena itulah masih banyak (mayoritas) etnis Batak Toba melaksanakan upacara adat. Adat yang dilaksanakan pada saat sekarang adalah berlandaskan kepada ajaran agama yang diterangi oleh Firman Tuhan. Dengan demikian adat merupakan media perwujudnyataan “kasih” seperti yang diajarkan oleh Tuhan Allah. Sesudah agama Kristen dianut mayoritas etnis Batak Toba fungsi adat sebagai mengatur kehidupan manusia untuk menciptakan keteraturan, ketentraman dan keharmonisan, dikonotasikan dalam istilah hadameon (kedamaian), bukan menciptakan ketegangan dan perpecahan di tengah-tengah masyarakat. Untuk itu seluruh komponen khususnya etnis Batak Toba berkewajiban melestarikan adat Batak Toba itu.

Kepada saudara-saudara dari kelompok sekte Kharismatik dan kelompok-kelompok lainnya yang menolak upacara adat Batak Toba perlu disadari bahwa manusia adalah mahluk sosial yang hidup saling ketergantungan antara yang satu dengan yang lain. Lebih-lebih satu rumpun keluarga yang masuk dalam sistem kekerabatan. Manusia hidup di tengah-tengah kemajemukan suku, agama, ras dan adat. Supaya hidup berdampingan rukun dan damai tidak mungkin dipaksakan suatu norma aturan dan hukum yang digariskan dengan satu sudut pandang satu agama untuk itu perlu tenggang rasa dan saling menghargai, menghindarkan kekhaosan perpecahan dan konflik.

Pergeseran Adat Batak Toba (bagian I)
23.21 | Author: PARSAME

Sejak dahulu kala etnis Batak Toba sangat setia melaksanakan upacara adat dalam berbagai kegiatan. Adat sebagai bahagian dari kebudayaan elemen untuk mempertinggi kualitas kehidupan manusia dan merupakan identitas budaya dalam khasanah kebhinekaan di dalam negara tercinta ini.Pada dasarnya adat di dalam implementasinya berfungsi menciptakan dan memelihara keteraturan, ketentuan-ketentuan adat dalam jaringan hubungan sosial diadakan untuk menciptakan keteraturan, sehingga tercapai harmonisasi hubungan secara horizontal sesama warga dan hubungan vertikal kepada Tuhan. Dengan demikian adat adalah aturan hukum yang mengatur kehidupan manusia sehingga bisa menciptakan keteraturan, ketentraman dan keharmonisan (Prof DR B Simanjuntak, 2001).

Pada saat sekarang ini dalam setiap pelaksanaan adat Batak Toba seringkali terjadi ketegangan, perbedaan pendapat walaupun jarang yang menimbulkan konflik, (jarang bukan berarti tidak pernah). Kenapa hal ini bisa terjadi? Banyak hal yang dapat menimbulkannya antara lain, faktor agama, kemajemukan asal dan etnis dalam suatu daerah, defusi adat yaitu percampuran adat antar etnis misalnya perkawinan berlainan suku, pengaruh era globalisasi dan lain-lain. Faktor-faktor inilah menyebabkan pergeseran pelaksanaan tata upacara adat Batak Toba pada saat sekarang. Sebenarnya hal ini sudah diantisipasi oleh tokoh adat Raja Patik Tampubolon setelah masuknya agama (Kristen) ke tanah Batak Toba.

Beliau mengelompokkan pergeseran adat itu dalam 3 bahagian dan diimplementasikan oleh DR AB Sinaga dalam tiga species dalam pelaksanaan adat tersebut yaitu, Adat Inti, Adat na Taradat, dan Adat na Niadathon. Dalam perkembangan tata upacara adat Batak Toba pada saat sekarang muncul 1 (satu) spesies lagi yaitu Adat na Soadat.

Untuk menghindarkan ketegangan dan beda pendapat kita harus mengetahui dan semufakat bahagian adat manakah yang akan dilaksanakan dalam suatu upacara adat dari ke 4 (empat) spesies upacara adat.

1. ADAT INTI
Adat inti mencakup seluruh kehidupan yang terjadi pada penciptaan dunia oleh Debata Mulajadi Nabolon. Adat inti diberikan bersamaan dengan penciptaan. Sesudah Mulajadi Nabolon menciptakan dewa tiga serangkai yaitu Batara Guru, Bala Sori dan Bala Bulan, maka dengan segera dimamahkanlah kepada mereka undang-undang dan hukum untuk mengetahui yang baik dan yang buruk. Tatkala pada awal mula manusia pertama dicipta (ada) di dunia ini maka Mula Jadi Nabolon memeteraikan “adat” dalam diri manusia tersebut serta memeteraikan undang-undang dan hukum ke dalam hati mereka tentang yang boleh dan terlarang, yakni “terlarang” (tongka), “jangan” (unang) dan tak patut (naso jadi). Dengan demikian, Adat Inti mutlak harus dituruti dan dilaksanakan sebagai undang-undang, adat dan hukum dalam kehidupan, seperti yang ditegaskan dalam ungkapan berikut :

Adat do ugari
Sinihathon ni Mulajadi
Siradotan manipat ari
Siulahonon di siulu balang ari

artinya :
Adat adalah aturan yang ditetapkan oleh Tuhan Pencipta, yang harus dituruti sepanjang hari dan tampak dalam kehidupan (Simanjuntak, 1966).

Harus diakui bahwa adat dilakukan pada saat sekarang oleh masyarakat Batak Toba adalah mengacu pada Adat Inti, walaupun secara empirik tata cara Adat Inti ini tidak pernah lagi dilaksanakan secara utuh. Sifat adat inti adalah “primer” dalam arti mendahului dan konsitutif terhadap yang lain yang mengemban muatan etis normatif dan kemutlakan serta konservatif (tidak berubah). Pelaksanaan Adat Inti tidak boleh dimufakati untuk mengobahnya dalam upacara adat karena terikat dengan norma dan aturan yang diturunkan oleh Mula Jadi Nabolon (sebelum agama mempengaruhi sikap etnis Batak Toba terhadap upacara adat).

Misalnya menentukan hari pelaksanaan upacara adat (maniti ari), menentukan media dan adat yang akan digunakan dalam upacara adat. Misalnya menentukan daging yang akan dimakan, kerbau, lembu atau babi, tergantung pada jenis adat yang dilaksanakan. Gondang sabangunan atau uning-uningan, musik tiup, key board tidak dikenal (tidak diperbolehkan) dalam pelaksanaan adat inti, dan banyak lagi norma-norma yang mutlak harus ditaati dan dipenuhi sejak merencanakan kegiatan, hari pelaksanaan dan sesudah upacara adat.

Karena adat inti ini mutlak dan konservatif serta mengemban muatan etis normatif pelaksanaannya tidak bisa diobah. Misalnya, acara adat sari matua tidak bisa diobah menjadi acara adat saur matua dan lain-lain. Menurut RP Tampubolon menuruti atau melanggar adat inti sebagai undang-undang (patik) dan hukum (uhum) adalah soal hidup atau mati, melanggar dan mengobahnya adalah dosa berat yang mengakibatkan kebinasaan.

Dengan uraian tentang Adat Inti di atas maka kita pada saat sekarang yang masih setia melaksanakan upacara adat, kita tidak mungkin lagi (tidak mampu) melaksanakannya sesuai dengan iman berdasarkan agama yang kita anut dan inilah merupakan pergeseran pelaksanaan adat yang kita laksanakan.

2. ADAT NA TARADAT
Secara harafiah, adat na taradat adalah undang-undang dan kelaziman yang berupa adat. Adat itu menyatakan istiadat yang oleh suatu persekutuan desa, atau tempat tinggal di daerah perantauan dan juga oleh agama diubah dan dimasukkan menjadi suatu kelaziman atau kebiasaan yang boleh disebutkan adat yang dimufakati oleh warga-warga masyarakat.

Ciri khas dari adat na taradat ini adalah pragmatisme dan fleksibilitas boleh jadi dilaksanakan berdasarkan sistematika adat inti. Dalam spesies adat kedua ini pelaksanaan adat demikian akomodatif dan lugas untuk menerima pengaruh daerah manapun asal dapat beradaptasi dengan acuan adat inti. Perpaduan fleksibilitas dan fragmatis menjadikan adat luput dari kekakuan dan kegamangan oleh adat inti yang stagnasi dan konservatisme.

Adat na taradat ini bersifat adaptatif dan menerima pergeseran dari adat inti dan bahagian adat inilah yang dilaksanakan oleh pelaku-pelaku adat Batak Toba pada saat sekarang dengan berpedoman kepada ungkapan folklor Batak Toba.

Tuat ma na di dolok martungkot siala gundi
Napinungka ni ompunta na parjolo
Tapa uli-uli (bukan tai huthon) sian pudi

(Turunlah yang di bukit bertongkat siala gundi, yang sudah dimulai leluhur kita terdahulu kita perbaiki dari belakang). Artinya adat istiadat yang sudah diciptakan dan diturunkan nenek moyang kita terdahulu kita ikuti sambil diperbaiki (disesuaikan) dari belakang.

Ungkapan ini menunjukkan permufakatan pergeseran pelaksanaan adat. Hal ini sering menimbulkan perdebatan di kalangan tokoh-tokoh adat (raja parhata) dan pelaku-pelaku adat. Perdebatan ini sering terjadi dengan suara yang kuat khas Batak Toba antara kelompok yang “seperti” setiap dengan adat inti dengan kelompok yang ingin perubahan oleh sesuatu hal. Lalu perdebatan diredakan dengan beberapa ungkapan umpama dan umpasa yang menimbulkan permufakatan untuk pelaksanaan upacara adat dengan menerima pergeseran dan perubahan antara lain :

Aek godang tu aek laut
Dos ni roha do sibahen na saut, artinya
Kesamaan pendapat untuk jadi dilaksanakan

Nangkok si puti tuat si deak
a i na ummuli ima tapareak, artinya
Sesuatu yang lebih baik itulah yang dilaksanakan

Oleh karena permufakatan untuk pergeseran pelaksanaan adat itu, hampir pada semua upacara adat Batak Toba terjadi perubahan. Misalnya pada upacara perkawinan, sistematika atau urut-urutan tata cara perkawinan sering tidak dilaksanakan lagi mulai dari, marhori-hori dinding, marhusip, marhata sinamot, sibuha-buhai, mangan juhut, paulak une, maningkir tangga.

Marhori-hori dinding adalah istilah yang digunakan kepada anak kecil yang mulai belajar berjalan. Anak kecil tersebut memegang dinding sambil melangkah penuh ke hati-hatian supaya jangan terjatuh. Istilah ini pulalah yang dipakai untuk menanyakan pihak yang punya putri oleh pihak yang punya anak yang akan dikawinkan. Dengan hati-hati pihak paranak menanyakan soal prinsip apakah anak gadis parboru sudah siap untuk dikawinkan, kalau sudah siap pada hari-hari berikutnya dilanjutkan dengan marhusip yaitu menanyakan kira-kira berapa sinamot yaitu jumlah uang (boli) yang akan diberikan untuk pelaksanaan pesta. Selanjutnya adalah marhata sinamot yaitu memastikan jumlah sinamot dan pelaksanaan teknis upacara adat pada hari yang ditentukan adalah upacara pesta adat yang dimulai dengan makan sibuha-buhai, itu pembuka pelaksanaan upacara adat lalu bersama-sama ke gereja menerima pemberkatan setelah itu dilanjutkan acara adat di tempat yang telah ditentukan.

Secara garis besar demikianlah sistematika pelaksanaan upacara adat perkawinan Batak Toba pada adat inti. Namun pada saat sekarang dengan permufakatan banyak yang diobah antara lain, marhori-hori dinding, tidak lagi suatu keharusan dilaksanakan. Marhusip yang biasa tidak dihadiri orang tua si anak yang akan dikawinkan, pada saat sekarang justru orang tua si anak yang akan dikawinkan itulah yang memegang peranan dalam acara marhusip, marhata sinamot hanyalah formalitas sekedar mengumumkan apa yang telah dibicarakan pada acara marhusip. Pada acara marhata sinamot ini pun masih ada sandiwara (pura-pura) menetapkan besar sinamot yang akan diberikan. Jumlah ulos yang harus diterima oleh pihak paranak (pengantin laki-laki) tidak jelas acuannya boleh jadi dari 7 (tujuh) helai sampai 800 (baca delapan ratus) helai. Paulak une dan maningkir tangga adalah suatu skenario sandiwara upacara adat dalam permufakatan ulaon sadari (diselesaikan dalam satu hari). Substansi acara adat paulak une dan maningkir tangga tidak diperlukan lagi pada saat sekarang.

Demikian halnya pada upacara adat kematian status seseorang yang meninggal bisa diobah dengan permufakatan sesuai dengan permintaan keluarga yang meninggal (hasuhutan). Para tokoh adat dan seluruh sanak famili yang masuk ke dalam sistem kekerabatan akan mengalah apabila hasuhuton meminta status yang meninggal dari status mangido tangiang yaitu seseorang yang meninggal pada saat meninggal belum ada anaknya yang sudah berkeluarga atau sudah ada yang kawin tetapi belum mempunyai cucu dari anak laki-laki dan anak perempuan, diobah status kematiannya menjadi “sari matua” status sari matua menurut adat inti diberikan kepada seseorang yang saat meninggal sudah ada anak laki-laki dan anak perempuan yang sudah berkeluarga dan sudah mempunyai cucu dari anak-anaknya tersebut tapi masih ada yang belum berkeluarga (adong sisarihononhon).

Ada juga hasuhuton meminta agar orang tuanya yang meninggal diobah status kematiannya dari sarimatua menjadi saur matua. Saur matua menurut adat inti adalah apabila seseorang saat meninggal mempunyai keturunan laki-laki dan perempuan sudah berkeluarga semua dan dari setiap anak-anaknya yang sudah berkeluarga telah memiliki cucu. Ada juga hasuhuton yang meminta status kematian orang tuanya diobah dari status saur matua menjadi mauli bulung. Kematian status mauli bulung adalah status tertinggi dalam tata upacara adat kematian, mauli bulung adalah apabila seseorang pada saat meninggal meninggalkan keturunannya cucunya telah memiliki cucu dari anak laki-laki dan perempuan atau sudah mempunyai nini dan nono (cicit).

Pergeseran tata acara adat Batak Toba telah terjadi pada setiap kegiatan upacara adat. Misalnya pada upacara adat pemberian ulos tondi pada anak yang sedang hamil 7 bulan diobah menjadi pemberian ulos mula gabe. Substansi pemberian ulos diobah menjadi “mendoakan” anak agar tetap sehat-sehat demikian juga anak yang akan dilahirkan diberikan Tuhan kesehatan. Demikian halnya pada kegiatan upacara adat lainnya perobahan dan pergeseran itu sudah terjadi seperti tata upacara adat, memasuki rumah, menggali tulang belulang, mengambil nama (mampe goar) dan lain-lain.
(Bersambung).

Oleh : Drs Brisman Silaban MSi